चाय की टपरी, जहाँ दोस्त होते थे इकठ्ठा पीने चाय आलम होता था मस्ती का, हर मुश्किल का मिलता था उपाय जिसे देखते थे छुप छुपकर, उसका भी कभी होता था दीदार एहसास होते थे जवां, होता था जब पहला प्यार होते थे राजनीति के चर्चे, बहस भी होती थी घमासान हर मुद्दा होता था अहम, समय का रहता था ना भान कॉलेब करें Proverbs World 💙 के साथ। #PWविशेषcon का नौवां पोस्ट. Pinned post में दी गई पंक्ति सीमा का पालन करें, अनिवार्य हैशटैग और अनिवार्य शब्द को जोड़े । #PW #proverbsworld #pwहिंदी #PWविशेषconR3p1 #pwजीबीविशेषचरण3 #YourQuoteAndMine