बस कुछ दिन की तो है बात, सैर की ऐसी की तैसी। होगी फिर जल्दी मुलाकात, तन्हाई की ऐसी की तैसी दवा है फासला जब तो, जिद मिलने की करते क्यों हो रहो बस घर में, रहो आबाद, कोरोना की ऐसी की तैसी परख लो ज्ञान गीता का, समझ के कुरान की अजमत करो न मजहब को बदनाम, ठेकेदारों की ऐसी की तैसी सुनी तकरीर बहतों की, फैसला फिर यह किया हमने सुनो बस दिल की आवाज, मीडिया की ऐसी की तैसी तंदुरुस्ती से बड़ी कोई, मिल्कियत हो नहीं सकती होगी फिर पैसों की बरसात, डीए की ऐसी की तैसी तरीके और भी सीखो, समझकर ताकत अपनी तैरकर दरिया कर लो पार, कश्ती की ऐसी की तैसी (सम्राट) कोरोना की ऐसी की तैसी