हर कोई किसी न किसी के लिए एक कहानी का पात्र ही तो है यूँही चाहे रिश्ता बन, चाहे अंजान होकर पूरा करने के ख़ातिर मिलता है लम्हों की शक्ल लिए या कभी किस्से के रूप में बसता है यादों में — % & कहानियाँ