Nojoto: Largest Storytelling Platform

परिंदों से ऊंची जिसकी उड़ान है जो भी पाना चाहा

परिंदों से ऊंची जिसकी उड़ान है 
 जो भी पाना चाहा 
पाया वो हर एक मुकाम है 
जिसकी खुद की अलग एक पहचान है 
जो मेरी नजरों में महान है 
वो मेरी अर्धांगिनी है मेरा अभिमान है



Adv Sushil abhiman
परिंदों से ऊंची जिसकी उड़ान है 
 जो भी पाना चाहा 
पाया वो हर एक मुकाम है 
जिसकी खुद की अलग एक पहचान है 
जो मेरी नजरों में महान है 
वो मेरी अर्धांगिनी है मेरा अभिमान है



Adv Sushil abhiman