हा सच है ये इस कांटो से भरे समुंदर में डुबकी हमने भी लगाई थी, जब बाहर निकले वहां से तो आंखे आंसुओं में लिपटी थी, और ए ओ बन्दे लाल खून लिपटी मेरी काली परछाईं थी, फ़िर किसी ने पूछा ये हशृ किसने किया था तेरा , मैं मुस्कुराकर बोला ये प्यार करने की की़मत थीं, जो हमने भी पूरी शिद्दत से चुकाई थी। #ये_वक्त_का_खेल_जिससे_हर_कोई_खेला_है।