कभी आजमाते तो हम भी बताते, ख्यालों में तुम्हारी हम भी मुस्कुराते। रुक गये जो शब्द होठों पर हमारे, मिलते जो तुम तो हम भी बताते।। #जितेन्द्र 'अमन'