अपनी हर एक साँस क़ुर्बान कर दी मैंने उसकी हर एक खुशी उसी के नाम कर दी मैंने हाँ ये एकतरफी इख़्लास नीलाम कर दी मैंने खुद ही पर ये तीर-ए-क़ज़ा सरेआम कर दी मैंने #इख़्लास