मानसिक प्रदूषण इनबॉक्स में लेखिका के रूप के बनते कुछ व्यख्याकार हैं। मानसिक प्रदूषण ग्रसित व्यक्ति कहलाते साहित्यकार हैं।। प्रेम प्रस्ताव भी दे रहें कुछ कहलाते वे कवि हैं। वास्तविकता कुछ और ही है रखते नकली छवि हैं।। फेसबुक पर विद्वता का करते बहुत प्रचार हैं। क्या देंगे सीख समाज को जिनके दूषित विचार हैं।। नारी सम्मान पर ज्ञानचंद बन स्वयं को महान दिखाते हैं। नारी को ही फिर मैसेंजर पर यू आर स्वीट बताते हैं।। ये फेसबुक पर हैं ही इसलिए कि नई नई स्त्रियाँ चुनें। फिर वे मौका देखते हैं कि कब उनकी बात बने।। संस्कृति हमारी सिखाती है हो नारी का सम्मान। केवल यह दिखावा मात्र न हो इसका भी हो भान।। #स्त्री #नारी #नारीशक्ति #women #woman #दिखावा #people मानसिक प्रदूषण इनबॉक्स में लेखिका के रूप के बनते कुछ व्यख्याकार हैं। मानसिक प्रदूषण ग्रसित व्यक्ति कहलाते साहित्यकार हैं।।