तौबा कर लो अभी भी वक़्त है, अपने तमाम गुनाहों से, के आज तोहफे में खुदा की तरफ से, मुकद्दस रात आयी है, मांग लो माफियां उठा कर हाथों को दुआओं में, फजिलतों में बड़ी अफजल शब-ए-बरात आयी हैं। शब-ए-बरात