फलसफा इतना तो बढने लगा, कि तेरे मेरे बीच बातो का दायरा तंग हो गया, रंगो का कमाल भी भी लाजबाब होते है, पर मेरे लिये ही तो जिन्दगी फिर वेरंग हो गया!! फलसफा तो इतना बढने लगा