मोहतरमा, हम तो यूँही बनके आएंगे। करीब आकर तुम्हारे तुम्हें तड़पाएँगे। रोक ना पाओगे दिल के ज़ज़्बातों को। मेरी बाहों में वो खुद ही चले आएंगे। स्त्री की ज़ुबानी #3linestory #pranshiप्राँशी #pickuplines #flirt #janab #erotica_hindi sambhalna #13wordpoem #YourQuoteAndMine Collaborating with Pranshi Singh