तुझसे मायूस हो के मुड़ना पड़ा मैं गलत था भी नहीं झुकना पड़ा मुझको रिश्तों की क़दर है सुन ले तेरे रुकने से मुझे रुकना पड़ा @aperichit_ #mypoetry_ //diksha//