रोज दिन भर हमारे लिए काम में लगी रहती है जो, और हम पागल जान भी नहीं पाते निस्वार्थ प्यार करती है वो, मेरी मां मुझे जान से जादा प्यारी है, उसके ऊपर ये जिन्दगी कुर्बान सारी है, समय बीत जाने के बाद जब साथ मां नहीं होती, तब पता चलता है की मां के बिना जिंदगी नहीं होती।। ©Dn Upadhyay #मेरी_मां_मेरी_जान #AdhureVakya