मैं उसे सबसे अमीर समझता रहा। आज जब वक्त ने तलब किया कुछ रिश्तों को आजमाने की, तो भेद सारे खुल गए। वो तो बड़ा गरीब निकला, उसके पास शब्दों के, चंद सिक्के भी न थे। भेद