जिसकी नीगाहैं कभी हमारा ईतेजार करती थी आज हमसे आखैं चुराने लगी है जो सीफ्र हमशे मौहाबत का दाबा करती थी आज किसी और के नाम का सिद्रूर ताने खडी है #nigahe #dil #sindurajasekarquotes #yqbaba #yqdidi #yqquotes