रैना मधुर सुहाने सपनों की लेकर सौगात, दिनभर की जद्दोजहद से देती मुक्ति। काम को विराम देती,शरीर को विश्राम, शान्ति के पल देती,चैन की नींद देती। चांद तारों को लेकर आती,चांदनी रात, जीवन के अंधेरों से कराती है आभास। आने वाले कल की भी बनाती तस्वीर, रिश्तों को समय देकर बनाती मधुर। सपनो की नींद में देती खुशियों के पल, जीवन के कठिन सवालों का देती हल। राहों को ,मैदान को करती है, निर्जन, मुसाफिरों को थामकर,भेजती सराय। *रैना*