रहस्यों से दुनिया भरी है अंजान जिससे राहें चली हैं भ्रम समझकर ,समझ ना पाऐं भवरों जैसे भिन-भिनाऐं उलझे धागों को सुलझाऐं उमडे़ बादलों में छुप जाऐं गिरकर नदियों में मिल जाऐं आखिर में समझ ही जाऐं जीवन खुलकर तब जी पाऐं। #yqdidi #yqstitchers #yqaestheticthoughts #yqbaba #yqandmine