रेखा लाइन , पंक्ति एक बिंदु से शुरू होकर अनन्त तक जाती है ये केवल "गणितीय परिभाषा" नहीं अपितु "जीवन की सत्यता " है ...!!!! एक दिन news में देखा था एक व्यक्ति अपनी पूरी ज़िंदगी के लगभग 10 वर्ष किसी न किसी लाइन, पंक्ति में गुजार देता है ... कभी राशन की लाइन कभी बिल जमा कराने की कभी बैंक से 4000 निकलवाने की लाइन हॉस्पिटल में ऑक्सीजन के लिए लाइन और अब तो मरने के बाद भी इस लाइन से छुटकारा नहीं मिल रहा ..शव जलाने के लिए भी लाइन 😞😞😞😞