आँचल अज़ल से आज तक अजल ने अपना जलवा दिखाया है माँ तेरा इक आँचल ही था जिसने हर बार अजल से बचाया है कुँवर सुरेन्द्र ....................... (अजल-मौत,अज़ल-दुनिया का प्रारम्भ) अज़ल से आज तक अजल ने अपना जलवा दिखाया है माँ इक तेरा आँचल ही था जिसने हर बार अजल से बचाया है कुँवर सुरेन्द्र (अजल-मौत,अज़ल-दुनिया का प्रारम्भ) #mother#आँचल#aanchal#shaayri#nojotohindi