्् !!प्यार भरी बातें!!्् कल मेरी उनसे बात हुई बातों-बातों मे यूं ही ऐसे खो गए कि कब शाम से रात हुई ये भी हमें पता ना चल पाया अनजान सा होकर बात कर रहे थे लेकिन उसके बारे में पहले ही मैं समझ चुका था पर पहचान अपनी मै ना बताकर बस उसकी खूबियों में खोकर सून रहे थे वो कुछ ज्यादा नहीं बताई बस मेरे बारे में सबकुछ पूछकर वो अपने मन में ही बडबडाई मेरे दिल को थोड़ी ठेस पहुंचाई उसे मैंने अपनी पूरी गाथा सूनाई बस मेरे बारे में रूचि रखनेवाली मूझसे ही सिर्फ सब पूछनेवाली वो कर गई मेरे दिल से दलाली लगती थी वो बहुत चालाक सी मानो खाई हो सिर्फ सब्जी पालक की बस सिखती गई वो मेरी तरफ से पर अपनी तरफ से मुझे कुछ ना सिखाई थोड़ी ही ऐसी थी वो स्वार्थ भरी सी पर लगती थी एक कोमल कली सी जब तनिक जूबान वो खोलती थी उन थोडी सी लब्जों मे ही वो बहुत कुछ बोल जाती थी खूबसूरती का मैं बखान क्या करूं वो रेशम सी है बालों वाली गुलाबों सी लाल गालों वाली सबके मन को मोह लेती है व दिल से कुछ कह देती है कवि::--राहुल कुमार ©Rahul Kumar प्यार भरी बातें #ColdMoon