ये हरे perh के पत्ते जब शाखाओं से गिर जाएंगे, झीलों का पानी सूखेगा और सारे कमल कुमलाहैंगे वादियां सारी सो जाएगी, आवाजें सारी खो जाएगी मेरी जान इस खामोशी में भी मै तेरे प्यार के नगमे गाऊंगा। मै फिर भी तुमको चाहूंगा मै फिर भी तुमको चाहूंगा । मै फिर भी तुमको चाहूंगा मै फिर भी तुमको चाहूंगा। #Love