त्योहारों का देश है अपना भारत यहां होली में रंग बिरंगे गुलाल उड़ाए जाते हैं लोहड़ी और जमघट में रंग-बिरंगी पतंगों के पेंच आसमान में लड़ाए जाते हैं। किसान है अन्नदाता इनकी मेहनत से ही खेत खलिहान अनाजों से भरे रहते है, खेतों में किसान और सरहद पर जवान हर दम देश सेवा में तत्पर बने रहते हैं। खिलते हैं जब सूरजमुखी के फूल सभी के चेहरे खुशियों से मुस्कुराने लगते हैं। बागों बगीचों में बसंत आ जाता है सबके दिल खुशी से झूम कर गाने लगते हैं। हर इंसान अपना छोटा सा आशियाना बनाने के लिए दिन रात एक कर देता है, बनाकर खून पसीने से अपना आशियाना अपनों के चेहरे पर खुशी ला देता है। इंद्रधनुष के सतरंगी रंगों के जैसा सभी का जीवन रंगबिरंगा रंगीन होना चाहिए, जीवन एक बार मिलता है, इसको खुलकर हंसकर जिंदादिली से जीना चाहिए। मेरी चित्र वर्णन कविता #काव्यसंग्रह #Kavyasangrahmanch #paanchvapadav #merivyakaranyatra #meriyatraeksoch