रो के वेख्या जावे, इन्हा हंजुआ दा भार, दर्द भारी या हंजु दा भार, जे डीग जाऊं हंजु आंख तो, ते किन्ना घट होउ दर्द दा भार, दर्द सहन वाला ही जाणदा दर्द दा भार, रो के वेख्या जावे।। ਰੋ ਕੇ ਵੇਖਿਆ ਜਾਵੇ ਸ਼ਾਇਦ ਪੀੜ ਦਾ ਹਲ ਕੋਈ ਨਿਕਲੇ। रो के वेख्या जावे #ਰੋ ਕੇ #collab #yqbhaji #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaji #pchawla16 #आंसू #भार