बस चार कदम का फासला रहा तेरे मेरे दरमियान दोनों मजबूर कुछ वक़्त से कुछ हालातो से कभी रस्मो ने रोका तो कभी कसमो के बंधन ने कभी संस्कारो और माँ बाप के प्यार दुलार ने तेरा यू ज़िन्दगी से जाना बड़ा दुःख दे गया दिल को न भरने वाले गहरे घाव दे गया Challenge-132 #collabwithकोराकाग़ज़ शब्दों के साथ चार क़दम चलिए और जो मन में आए लिखिए, कोई शब्द सीमा नहीं है :) #चारक़दम #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️