अंधेरी रात के बाद पूर्णमासी का चांद निकलता है, उसे यूं ना देख उसके चेहरे से नूर झरता है। और इत्र लगाने की तो जरूरत ही नहीं उसे, वो जिसे गले लगा ले वो पूरा दिन महकता है। ©RJ Dhakar #rayofhope Anand Pandey ashvath Rajeev Ranjan komal sindhe veer gurjar