बेड़ियां हालात की हैं पांव में सबके पड़ीं कुछ तो बच कर भाग निकले कुछ की नींदें भी हरीं इंसां हर मज़बूर है जाए कहां सब छोड़ कर जाए वो जिस भी डगर मिलें मुश्किलें हर सू खड़ीं तोड़ दे गर कोई इनको तो बग़ावत नाम दें बंध रहे ताउम्र जो उसे कह के कायर हँस पड़ीं #YQdidi #aestheticthoughts #अंजलिउवाच #बेड़ियां #हालात #बग़ावत #कायर