मिश्रित जीवन जीती है वह, कह दे जो काम, बिना सोचे सुनती वह, तुम जो ना भी दो साथ उसका, बुरा लगा पर अकेले आगे बढ़ती वह, माँ कहती बेटा सुनो तुम सबकी, सुनने से होता सोना, करों ना मनकी, अपना ख्याल ना रखना भले तुम, लेकिन ध्यान रखना ज़रा सभी के तनकी, सुंदर मूरत, ना रखे लेकिन सजाकर, वो पूजी जाये लेकिन फिर भी घर घर, संवेदना इतनी बस उससे कि निकालो काम अपना, फिर नाम का कहन उससे, रिश्ता हो ये जर्जर, दबा देते सपने उसके, ख़ातिर सभी के, हो सके फिर पुरे सपने उससे सभी के, ना भूँख धन की ,ना पड़े फ़र्क उसे किसी जवाहरात से, बस दे दो इज्ज़त, सी इतनी फिर आ जाते अश्क़ ख़ुशी के, चयन की बात जो हो जाये ग़र, धर्म संकट में तुम फंस जाये पर, उसका सीधा एक ही सबक, दुखी ना रहे कोई उनसे, ख़ुश रहे सबसे अलग होकर ! ©Arjun Patel Daughter - Balance of Life #sunkissed