गर सीखने की चाह है खुशबुओं से हवाओं में घुलना सीख लो। बादलों से समरसता बंधाना सीख लो। मिलों नहीं तो क्या नदिया के किनारे हुए। जीवन पथ पर साथ चलना सीख लो। खिलखिलाना सीख लो बंदरों के झुण्ड से। नन्ही चिड़ियाओं से मशक्कत सीख लो। वफादारी के तो सिरमोर हैं कूकर हुए। चातक से प्रिय समर्पण तुम सीख लो। गर सीखने की चाह है खुशबुओं से हवाओं में घुलना सीख लो। बादलों से समरसता बंधाना सीख लो। मिलों नहीं तो क्या नदिया के किनारे हुए। जीवन पथ पर साथ चलना सीख लो। खिलखिलाना सीख लो बंदरों के झुण्ड से। नन्ही चिड़ियाओं से मशक्कत सीख लो।