मेरे प्रेम का सीने मे एक राज दफन है, जो बेहद सघन है, लोग जान जाय अगर, कि इसका प्रेमी गैर धरम है, तो दोनो का मिलन बहुकठिन है। न मिली अगर वो मुझको, निश्चित मेरा पतन है। अगर मिल गयी तो भी , अयस के भय से हमारा मरन है। इसी कारण जीवन में सच्चे प्रेमियों के, अधूरे रह जाते सपन हैं। ....... कविराज ek Raaz mere Seene me dafan hai//कविराज