सुनो.........एक बात पूछनी हैं तुमसे, तुम रोज़ अपनी छत पर, घण्टों बैठकर क़भी गुस्से से, तो क़भी प्यार से क़भी ज़ोर से, तो क़भी धीरे से क़भी इतराकर, तो क़भी शर्माकर मेरे बारे में, उस चाँद से क्या बातें करती हो । सुनो.........एक बात पूछनी हैं तुमसे, तुम रोज़ अपनी छत पर, घण्टों बैठकर क़भी गुस्से से, तो क़भी प्यार से क़भी ज़ोर से, तो क़भी धीरे से क़भी इतराकर, तो क़भी शर्माकर मेरे बारे में, उस चाँद से क्या बातें करती हो । #nojoto #talvindra_writed