नमस्कार प्रिय मित्रों, माँ का दिल। काव्य-कविता मेरे द्वारा लिखित एव मेरी ब्लॉग साइट vikantrajliwal.com पर प्रकाशित एक अत्यंत ही ममतामई काव्य रचना है। जिसको मैने कुछ समय पूर्व एक सोशल मंच जिसका सार्वजनिक रूप से नाम ले कर मैं उनको कोई दोष नही देना चाहूंगा, जो कि कवियोँ एव शायरों को अपनी रचनाए सुनाने का एक अवसर प्रदान करता है के ओडिशियन के रूप में अपनी यह voice रिकोर्डिन के साथ अपने ह्रदय के अत्यंत ही समीप विराजमान अपनी इस ममतामई काव्य रचना को प्रस्तुत किया था। परंतु जब तय समय सीमा के उपरांत भी उनकी ओर से कोई भी उत्तर प्राप्त ना हो सका तो अपनी इस ममतामई रचना की कद्र और प्रेम वश मै अपनी इस voice रिकार्डिंग को नष्ट ना कर सका। एव मैंने निश्च्य किया कि अब मैं अपनी इस ममतामई काव्य रचना माँ का दिल। को अपने प्रिय पाठको, ह्रदय अज़ीज़ श्रोताओं एव आप सभी चाहने वालो के लिए अपने YouTube चैनल पर पस्तुत करूँगा। आशा करता हु कि आप सभी महानुभव मेरे इन अत्यंत ही भावनात्मक एहसासों को समझ सके। एक मेरी और आपकी अपनी इस ममतामई रचना को एक जीवन प्रदान करने हेतु आप अपना प्रेम एव आशीर्वाद प्रदान कर सके। धन्यवाद। आपका अपना विक्रांत राजलीवाल।