क्यों Waqt⌚ के साथ रंगत खो जाती है , हस्ती खेलती Jindegi भी आम हो जाती है , #_Ek☝ सवेरा था जब हसकर उठा करते थे हम, Aaj बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है. ©Nancy #intezaar