पल्लव की डायरी मानव को मशीन बनाकर उसकी सेहत से खिलवाड़ हो रहा है चार आदमियों का काम एक से पूरा हो रहा है सीए एना दब गयी,काम के बोझ से सिस्टम युवाओ को बर्बाद कर रहा है कही से ना उठी,संवेदना की आवाज भारत मे ये कैसा नेचर और कल्चर पल रहा है खामोशी से सब दबाब सहकर सेहत से खिलवाड़ कर अलविदा दुनियाँ को कह रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #aaina