इतना मगरूर हो गया हूँ कि मैं अपनी ही नहीं सुनता जमाने की क्या सुनूँगा । की मैं खुदा के सिवा किसी की नहीं सुनता। इतना मगरूर हूँ की कुछ गिर भी जाए तो मैं उठाने के लिये भी नहीं झूकता। शिकायत है समझ्दारों को की मैं सजदा नहीं करता की मैं खुदा के सिवा किसी के आगे नहीं झुकता । मगरूर हूँ मैं की मैं किसी की नहीं सुनता। -❤मन❤ #मगरूर