खुलकर हवा दे दे बारगी जला दे मुझको फ़ारिग़ किए दे सुलगती साँसों के धुएँ से यों मेरी शय को तरसता हुआ बादल न बना पहले भी कई बार टूटकर बरसा हूँ ज़मी पे #longings