हवा का एक झोंका हु मैं, इधर तो पल में उधर हु मैं; न सफर न कोई मंज़िल है, अनदेखा रास्ता न कोई बंदिश है; खाली-खाली रास्तो को सहारा माना है, अभी तो आगे-आगे जाना है... #hindipoem #journey #dreams #selfamuSing