महफिल सजी थी शामियाने में, मुझे भी बुलावा आया था, जब मैने अपने दिल का हाल सुनाया था, आंसू मेरी आंखों से ना ना करते निकल गए, जो समझ गए वो चुप रहे, बाकी वाह वाह करते निकल गए।। #RekhagaurAcharya says#