क्यों सब कहते है कि कल ही था सही कल ही हम सुखी थे कल ही हम उन्मुखी थे कल ही था संसार कल ही था व्यापार कल हमारे पास था वहीं जो हमे लगा सही ©Lalit Gour #Liferule