पढ़ने का बहोत शौक था मुझे पर बस मेरी एक ही नादानी थी जिसे दिल लगाकर पढ़ रहा था में वो एक जीती-जागती कहानी थी जितना पढ़ता था उसे ,थोड़ा और उसे पढ़ने की बेताबी जागती थी अब उसे आगे ना पढ़ पाउंगा ,ये बातें सोच मेरी रूह बड़ा काँपती थी सायद इसलिए वो मेरी पढ़ी आखिरी कहानी थी... #aakhirikahani