मेरे जीवन के वो 10 दिन , जिसे मैं खुद के लिए खास बनाना चाहती थी । खुद को एक तोहफा देना चाहती थी , पर क्या करे शुरुवात के 3 दिन तो बीमारी में निकल गए , ऐसा लगा कि जैसे सब खत्म हो गया । जो सोचा था वैसा कुछ ना हुआ , फिर अंदर से एक आवाज़ आयी कि अगर दस में से तीन दिन गुज़र भी गए तो क्या? । अभी भी हमारे पास 7 दिन बचे है , तो चल उठ शुरू हो जा । एक धुंधली सी छाया थी , जिसको पकड़ने की मेरी कोशिश थी । फिर से अपनी हिम्मत को जुटाया कागज़ कलम लेकर , फिर से शुरू हो गयी । अभी बस नाम था , बस उस नाम को पूरा करना था । कैसे करना था वो अभी भी नही पता था ? पर हाथ पैर तो मारने ही थे । अब लेखक थी , तो करना तो उसी फील्ड में कुछ था । अपने किस्से कहानियां , हर एक संपादक को भेजे हर जगह से रिजेक्ट हुई । पर अभी भी चेहरे पर एक मुस्कान थी क्योंकि अभी भी सात दिन हमारे पास थे , मुझे आखरी दम तक जो लड़ना था । तो बस मेरे तीन दिन की कहानी बस इतनी सी है , सात दिन में आगे क्या होगा उसके लिए आपको मेरी तरह ही सब्र रखना होगा । अब हार होती है या जीत , यह खेल तो बहुत रोमांचक होगा क्योंकि यह अनुपमा की कहानी है । तो हँसी और ठहाका तो होगा ही होगा 🤣🤣 । #birthdaymonth #mylife #motivational #mystory ©short sweet #birthdaymonth #mylife #motivational #mystory #SunSet