कभी कभी खामाेशियाें काे गुनगुनाती हूँ मैं क्या कहूँ दाेस्ताें की आँसुओं के बीच मुस्कुराती हूँ मैं मिलते हैं अपनेपन के लम्हें बड़ी मुश्किल से इसलियें गैराें से भी माेहब्बत चुरा लाती हूँ मैं #yquate#yquatebaba#yqdidi#yquote love