हिंदी दिवस 10 जनवरी बेशक तुमको इंगलिश अच्छी आती है लेकिन ये दिल में कहा बस पाती है आज भी मां की लोरी हिंदी में ही भाती है इसके बिना नींद भला तुमको कब आती है दिल तोड़कर महबूबा जब चली जाती है दोस्तो की वो हिंदी गालियां आज भी मरहम लगती है जब हिंदी में हमारी माताएं मंगल गीत गाती है तब बेटियां बाबुल का घर छोड़ विदा हो जाती है, हिंदी हमे आज भी अपनेपन का अहसास दिलाती है हर अल्फ़्ज़ ए दर्द को मेरे मां बनकर गले लगाती है ©NarendrA ChauhaN #एकमात्रविकल्पहिंदी #love #nation #India #life #worldhindiday