इंसानियत हुई खत्म रोज़ एक अलग दरिंदा कैसे धमकाता है किसी का खून तो किसी का रेप हो जाता है सब हिंसक हो गए जानवर की तरह अरे अब तो जानवर को ही नहीं बकशते ये शैतानो की तरह कभी करें यह दंगे कभी करें आतंक इंसान इन्हें कहे तो इंसानियत पर यह कलंक धर्म के नाम पे लड़ते तो कभी लड़े जात - पात पे क्या करें जब मिट गया इनके दिमाग़ से ज्ञान इंसानियत हुई खत्म अब शेतानो का है राज || पर किसी को क्या फ़र्क है सब अपने आप से मतलब रखे कभी कुछ हुआ ग़लत हो तो थोड़े दिन उस बात को चर्चा में रखे कभी करें नारे तो कभी करें देश बंद बस यह कुछ दिन का ही है अफ़सोस फिर बाकी के दिन हो वही सब शाम और वही सब रात मन करता है आग़ सा बन कर सब को कर दू राख़ बस जिंदा रहे तो इंसान और उनकी इंसानियत का साथ पर अब क्या करू इंसानियत हुई खत्म शेतानो का है राज|| #murder #rape_a_shame #humanity #war #religionpolitics #evilworld #poetrycommunity #truth_of_life