सुन ले सदा ओ रहनुमा, है इल्तजा अब तु लौट आ... दिल का अँगारा कुरेद कर देखा आग तो अभी बाकी है पर उठता नही धुँआ तु लौट आ दिल सुलगा जरा, देख ये जख्म भी भरने लगेँ है आके इन्हे करदे फिर से हरा, सुन ले सदा ओ रहनुमा, है इल्तजा अब तु लौट आ.... सुन ले सदा ओ रहनुमा, है इल्तजा अब तु लौट आ... दिल का अँगारा कुरेद कर देखा आग तो अभी बाकी है पर उठता नही धुँआ तु लौट आ दिल सुलगा जरा, देख ये जख्म भी भरने लगेँ है आके इन्हे करदे फिर से हरा,