तुम्हारी बांहे मुझे सुकूं देती है, यूंही मुझे गले से लगाए रखना, प्यार देना तुम मुझे, मुझ पर ही अपना अधिकार बनाए रखना। कभी ना जुदा होना तुम मुझसे, अपने प्रेम से मुझे सजाए रखना। देना अपने सभी को प्यार, पर मेरे लिए भी प्रेम बचाए रखना।। महफूज़ रहती हूँ बांहों में तुम्हारी, बांहों में मुझे सुलाए रखना। मत होना ख़ामोश कभी भी, अपना प्यार हमसे जताए रखना। प्रेम की बातें होगी अपने दरमियां, बीच के तकरार हटाए रखना। मत देखना बदलती दुनियाँ, मुझ पर अपनी नज़रे जमाए रखना। देना मुझे संस्कार की शिक्षा, सम्मान का पोषक पहनाए रखना।। हूँ मैं तेरी दीवानी, अपनी प्रीत की बातों से मुझे लुभाए रखना।। है नेह की गुज़ारिश यही, नेह के संग नेह सम्बन्ध निभाए रखना।— % & ♥️ Challenge-842 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ Happy Hug Day ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।