कोई हमारा भी था सायद ये कल की ही तो बात है,,
ये वक़्त हमारा भी था,, ये हवाए हमारी थी,, ये पेड़ हमारे थे,, ये पत्तियाँ भी हमारी थी..
हाँ कल की ही तो बात है…..
बेमौसम बरसात भी हमारे लिए आती थी,,
वो धूप का साया भी हमारी परछाईं दिखाता था,,
वो धुन भी हमारे लिए गाती थी…
हाँ कल की ही तो बात है,....