तीर तेरी नज़रों से तीखी नहीं तीरंदाजी जैसे हो सीखि कहीं सबला तुझसा कोई नर नहीं मात खायेगा हर एक बाँका हीं! उस पर ये लब अमीये भरी सुधा अमृत भरी कोई गागरी कायनात की अनोखी ऐ जादूगरी बचना दुस्कर रसिक का ऐ हुष्नपरी! 🌹🌹💘💋🌹🌹💔 #श्रृंगार_खिचड़ी