पर वक्त वही ठहरा है, आदमी चांद पर पहुंच गया है, पर दो सेंटीमीटर अंदर अपने दिल की आवाज नहीं सुन रहा है, हर कोई ऐसा नहीं है पर ज्यादातर वही है, जो किसी और का नुकसान करके अपना फायदा कर रहे हैं, पैसा जिनका भगवान है गुरुर जिनकी पहचान है, उन्हें लगता है कि जिंदगी वही जी रहे हैं पर ऐसे लोग कौड़ियों के दाम बाजार में बिक रहे हैं, और जैसे यह साल ढलने को है, वैसे ही जब जिंदगी ढलने को होती है, तब समझ में आता है, जो सोए सोए जिंदगी जीते हैं, वही जिंदगी को खोते हैं। #रातकाअफ़साना #lastweek2k18 साल गुज़रने वाला है, पर वक्त वही ठहरा है, आदमी चांद पर पहुंच गया है, पर दो सेंटीमीटर अंदर अपने दिल की आवाज नहीं सुन रहा है, हर कोई ऐसा नहीं है पर ज्यादातर वही है, जो किसी और का नुकसान करके