उसे भूलना भी है और आगे मुझे बढ़ना भी है सामने से आया कभी, मुँह उसका तोड़ना भी है माफ़ करके किसी को, मैं महान नहीं बन जाऊंगी कुछ अनचाहे ख़यालों से, पिचाई तो मैं छुड़वा पाऊंगी साला बहोत कमीना था वो सज़ा देना तो बनता है, पर उसे सजा देने ना देने से अब फ़र्क नहीं पड़ता है, कभी किसी मोड़ पर अगर वो मुझसे टकरायेगा, कसम भीम की खाती हूं यार बहोत पछतायेगा, अपनी अपनी बातें हैं अपना अपना ये किस्सा है, बहोत पीछे छोड़ आयी अनचाहा दिल का हिस्सा है.. ©#Shilpa_ek_Shaayaraa #changetheworld #मासुम_मार्च #Pain_in_Pen #Broken_but_Beautiful #Ramta_Jogi_Special #Shilpa_ek_Shayaraaa #ShilpaSalve358