ठंड में ही कुछ गर्मी का अहसास हो जाए, मोहब्बत फरमाने को हम थोड़ा पास हो जाए, अलाव-ए-जिस्म की तपिश से सेंके बदन को हम, ताकि ये मुकम्मल इश्क़ की जिस्मानी रात हो जाए। #अहसास #अलाव_ए_जिस्म #तपिश #बदन #मुकम्मल_इश़्क #जिस्मानी_रात #erotica_hindi